बदल दो
नफरतों के शहर को प्यार से बदल दो,
तवज्जो देकर देखो हालात अब बदल दो।
पत्थर दिल शखस भी पिघल जाएगा यहां,
प्रेम से पुकार कर देखो तुम जरा वहांँ।
मत बनो गैर कभी अपनों के लिए,
थोड़ा रख धीर तुम सब को बदल दो।
मूल्यवान थे बड़े तुम यहां सभी के लिए,
एहसास उनके दिलों में यह जगा आज दो।
प्रेम मैं जादू बड़ा थोड़ा तो संवार दो,
हिम्मत कर आगे बढ़ो थोड़ी राहा बुहार दो।
जो कोई ना कर पाए ऐसे इंसान बनो,
थोड़ा सा जीवन को अब तुम निखार दो।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
31.5.2023
Punam verma
01-Jun-2023 11:34 PM
Very nice
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Abhinav ji
01-Jun-2023 08:33 AM
Very nice 👍
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
01-Jun-2023 07:46 AM
बेहतरीन अभिव्यक्ति
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